कुछ दिल के एहसास... कुछ अपने अल्फ़ाज़...
कुछ अल्फ़ाज़ हैं जो होठों पे आने से रह गए.... मौका तो देते एक दिल ए अंदाज बयां करने का..... लफ़ज़ ऐसे हों की पत्थर भी पिघल जाये... कि उनके दिल में भी हमारे नाम का दिया जल जाए ।
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